गणतंत्र- गण पहले, तंत्र उसके पीछे
जनतंत्र- जन पहले, तंत्र उसके पीछे
गणतंत्र दिवस अवसर है इस समझ को मजबूत करने का कि
गण के पीछे तंत्र हो,
जन के लिए तंत्र हो,
जन के सिर पर सवार तंत्र न हो
गणतंत्र पर गण की दावेदारी,जनतंत्र पर जन की दावेदारी जिंदाबाद !!!
-इन्द्रेश मैखुरी
2 Comments
Inqulab jindabad samajbad jindabad
ReplyDeleteजिंदाबाद
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