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अमेरिका में हड़ताल

 





 19 मई 2021 को अमेरिका के 15 से अधिक शहरों में फास्ट फूड चेन-मैक डोनाल्ड के मजदूरों ने हड़ताल की और सैकड़ों की तादाद में ये मजदूर सड़कों पर उतरे.





इन मजदूरों की मांग है कि उनकी मजदूरी बढ़ाई जाये. मैक डोनाल्ड के मजदूरों की मांग है कि उनकी मजदूरी बढ़ा कर 15 डॉलर प्रति घंटा की जाये. साथ ही यूनियन बनाने के अधिकार की मांग भी ये मजदूर कर रहे हैं. 







मजदूरों ने मैक डोनाल्ड के आउटलेट्स पर पोस्टर चिपका दिये-कम मजदूरी के कारण स्टोर बंद है,मजदूर हड़ताल पर हैं.


साथ ही हड़ताल की सूचना देने के लिए भी मजदूरों द्वारा एक प्रारूप जारी किया गया.





अमेरिकी पोर्टल- मदर जोंस में छपे वक्तव्य में एक मजदूर ने कहा,हमने महामारी के दौरान मैक डोनाल्ड का सहयोग किया और अब आपको चाहिए कि आप हमें पर्याप्त भुगतान करें ताकि हम अपने परिवार और अपने समुदाय का सहयोग कर सकें.”


एक आकलन के अनुसार मैक डोनाल्ड ने पिछले साल वैश्विक महामारी के दौरान पाँच बिलियन डॉलर कमाए. अमेरिकी पोर्टल-वोग में छ्पे वक्तव्य में एक मजदूर ने कहा, “ मैक डोनाल्ड ने वैश्विक महामारी के दौरान हमारे श्रम से कई बिलियन डॉलर कमाए जबकि मजदूर असुरक्षित कार्य स्थितियों और अपर्याप्त मजदूरी से जूझते रहे. मैं इस बात से तंग आ चुका हूं कि मैक डोनाल्ड हमारी सुरक्षा पर अपने मुनाफे को तरजीह देता है.मैं तब तक हड़ताल करता रहूंगा जब तक मजदूरों की आवाज सुनी नहीं जाती.”





वोग ने तो विस्तार से मैक डोनाल्ड के मजदूरों के वक्तव्य प्रकाशित किए हैं,जो उनकी पीड़ा को अभिव्यक्त करते हैं.


इन वक्तव्यों को इस लिंक पर पढ़ा जा सकता है :

 https://www.vogue.com/article/mcdonalds-workers-strike-may-19


मजदूरी और यूनियन बनाने के अधिकार की मांग के अलावा इन हड़ताली मजदूरों की यह मांग भी है कि मैक डोनाल्ड, नेशनल रेस्टोरेंट एसोशिएशन और इंटरनेशनल फ्रेंचाइजी एसोशिएशन की सदस्यता त्याग दे. इन दो एसोशिएशन के बारे में कहा जाता है कि इन्होंने संघीय न्यूनतम मजदूरी न बढ़ाए जाने के लिए लॉबिंग करने पर 2019 से अब तक 3.2 मिलियन डॉलर खर्च कर दिया.


हड़ताल का समर्थन करते हुए अमेरिकी सीनेटर बर्नी सेंडर्स ने कहा- “ जब कामगार लोग इकट्ठे खड़े हो जाते हैं,उनको हराया नहीं जा सकता. मुझे गर्व है कि मैं उन बहादुर मजदूरों के साथ खड़ा हो रहा हूं जो लालची कॉरपोरेशनों के खिलाफ, गरिमामय रोजगार के लिए संघर्ष कर रहे हैं.”


15 डॉलर प्रति घंटे की मांग अमेरिका में लगभग दशक भर से चली आ रही मांग है. 19 मई की हड़ताल में मजदूरों के विभिन्न हिस्से, मैक डोनाल्ड के मजदूरों के समर्थन में सड़क पर उतरे और इस संघर्ष के प्रति एकजुटता जाहिर की. दुनिया भर में लालची,लुटेरी पूंजी के खिलाफ मजदूरों का एकजुट,एकतबद्ध संघर्ष ही सबसे कारगर अस्त्र है.    

  

                     -इन्द्रेश मैखुरी


फोटो सौजन्य : सभी फोटो “फाइट फॉर $15” फेसबुक पेज से लिए गए हैं,पेज का लिंक है :  https://www.facebook.com/Fightfor15/

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